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Car Mileage: कार का माइलेज कैसे निकालें? जानें सबसे आसान तरीक़ा

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How to check Car Mileage

Car Mileage Checking Methods in Hindi: भारत में जब भी कोई व्यक्ति नई कार ख़रीदने जाता है तो सबसे पहले वो कार शोरूम पर उसका माइलेज ज़रूर पूछता है, क्योकि कार का अच्छा माइलेज उपयोगकर्ता की जेब पर सीधा असर डालता है। वैसे तो आजकल की नई कारो में एवरेज़ फ़्यूल इकोनॉमी डिस्प्ले होता है परंतु वो विलकुल सही जानकारी नहीं देता है इसीलिए अधिकांश लोग माइलेज चेक करने के लिए अलग अलग तरीक़े अपनाते रहते है लेकिन कार कितना माइलेज दे रही है इसका अंदाज़ा नहीं लग पता है।

इस आर्टिकल में हम कार का सही माइलेज पता करने के आसान तरीक़े शेयर कर रहे है जिसकी मदद से आप अपनी कार का विलकुल सटीक माइलेज चेक कर सकते है।

कार का सही माइलेज कैसे निकालें? Car Ka Mileage Kaise Nikale

पहला तरीक़ा: टैंक टू टैंक

कार का माइलेज निकालने का सबसे आसान तरीक़ा टैंक टू टैंक मेथड है, इसके लिए आपको अपनी कार में जब वह रिज़र्व में आ जाये तब फुल टैंक करवाना होगा तथा जितना पेट्रोल या डीज़ल आया है उसे नोट कर लें, साथ ही कार के ट्रिप मीटर को जीरो पर सेट कर लें।

अब जब आपकी गाड़ी में दोबारा रिज़र्व दिखाने लगे तब उस रीडिंग को नोट कर लें। अब कार का माईलेज निकालने के लिए जीतने लीटर डीज़ल/ पेट्रोल अपने भरवाया था उससे कुल जीतने किलो मीटर आपकी गाड़ी चली है उससे डिवाइड (भाग) कर दें आपकी गाड़ी का माइलेज आ जाएगा।

दूसरा तरीक़ा: एक लीटर ईधन मेथड

इस तरीक़े में आपको एक लीटर फ़्यूल का प्रयोग करना होता है, जब आपकी कार रिज़र्व में आ जाये तो आपको पूरा एक लीटर फ़्यूल गाड़ी में डालना होता है परंतु आपको यह ध्यान रखना होगा की आपकी गाड़ी में रिज़र्व कितने लीटर में हट जाता है, अब कार के ट्रिप मीटर को जीरो कर दें। इसके बाद आपको कार को तब तक ड्राइव करें जब तक वो दोबारा रिज़र्व का सिग्नल ना दिखाने लगे। जैसे ही कार रिज़र्व दिखाने लगे आप ट्रिप की रीडिंग को नोट कर ले, जीतने किलोमीटर आपकी कार चली होगी वही आपकी कार का सही माइलेज होगा।

माइलेज चेक करने के फ़ायदे

कार का माइलेज चेक करने का सबसे बड़ा फ़ायदा यह होता है कि आप अपनी कर के इंजन की हेल्थ के बारे में पता लगा सकते है अगर आपकी कार का माइलेज अनुमान से कम है, तो इसका मतलब हो सकता है कि आपके इंजन में कोई समस्या हो सकती है, जैसे कि इंजन के फ्यूल सिस्टम में कोई खराबी, इंजन तापमान में समस्या, इसके अलावा इंजन की ठीक से टॉर्क जनरेट ना करना आदि। यदि आपको लगता है कि आपकी कार में कोई समस्या है, तो आपको एक पेशेवर मैकेनिक से संपर्क करके उसे ठीक करवाना चाहिए।

कार का माइलेज कैसे बढ़ाए?

कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं जो आपको कार के माइलेज को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं:

1. नियमित सर्विस और ट्यून-अप: कार की नियमित सर्विस करवाना और ट्यून-अप करवाना बहुत ज़रूरी होता है। इसमें कार के उन पार्ट्स को चेक किया जाता है जो सही तरीक़े से कम नहीं कर रहे है। उन्हें चिन्हित कर उन्हें रिपेयर या बदल दिया जाता है। यह कार्य कार का माइलेज बढ़ाने में बहुत मदद करता है।

2. टायर की देखभाल:

टायर में सही हवा प्रेशर का होना बहुत ज़रूरी होता है इसके अलावा सही अलाईनमेंट आपकी कार को कम ईंधन की खपत करने करने में मदद करता है।

3. ड्राइविंग: सही तरीक़े से ड्राइव करके भी आप अपनी कार का माइलेज बढ़ा सकते है। इसके लिए नीचे दी गई टिप्स को अपनाए
– ओवर स्पीडिंग ना करें, कार को एक निश्चित आरपीएम पर ही चलाये
– अधिक माइलेज के लिए कार को 60 से 80 kmpl के बीच चलाये
– गियर अपशिफ्ट और डाउनशिफ्ट सही स्पीड पर करें, अपनी कार को 2000 से 2500 आरपीएम पर ही वाहन चलाये।

4. इंजन की नियमित सफाई:

इंजन की नियमित सफाई और इंजन ऑयल को सही समय पर चेंज करते रहे।जिससे आपकी कार को बेहतर माइलेज मिलेगा।

5. कार में बोझ ना बढ़ाये:

अतिरिक्त बोझ कार के माइलेज को कम कर सकता है। केवल आवश्यक चीजों को गाड़ी में रखें और अतिरिक्त बोझ को हटा दें।

6. एयर फिल्टर और स्पार्क प्लग की नियमित बदलाव:

एयर फिल्टर और स्पार्क प्लग को समय-समय पर बदलना भी माइलेज में सुधार कर सकता है। नियमित इंजन के पार्ट्स की निर्धारित परिवर्तन सुनिश्चित करें।

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    Bike Service Tips: जानें! बाइक की सर्विस कब करनी चाहिए?

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    आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में बाइक हमारी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन गई है। चाहे कॉलेज जाने वाले छात्र हों, ऑफिस जाने वाले प्रोफेशनल्स हों, या घर के कामों के लिए बाहर जाने वाले लोग हों, हर किसी के लिए बाइक एक सुविधाजनक और किफायती वाहन है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी बाइक को भी आपकी तरह ही नियमित देखभाल की जरूरत होती है?

    अगर आप चाहते हैं कि आपकी बाइक बिना किसी परेशानी के लंबे समय तक चले और आपको बीच रास्ते में कोई दिक्कत न हो, तो उसकी नियमित सर्विसिंग बेहद जरूरी है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि बाइक की सर्विस कब करनी चाहिए, किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, और कैसे अपनी बाइक की सही देखभाल की जा सकती है।

    बाइक की सर्विस कब करनी चाहिए? (Bike ki Service kab Karni Chahiye)

    सभी मोटरसायकल उपयोगकर्ताओ को यह पता होना चाहिए कि उन्हें अपनी बाइक की सर्विस कब करवानी है? जब आप एक नई बाइक ख़रीद कर लेकर आते है तो कंपनी की ओर से 4 से 5 फ्री सर्विसिंग दी जाती है साथ ही सर्विस शेड्यूल भी दिया जाता है। लेकिन जब बाइक की नियमित सर्विस की बात आती है तो अधिकांश लोग समय पर बाइक की सर्विस करना भूल जाते है या उन्हें पता नहीं होता है की कब सर्विस करवाना चाहिए। इसीलिए नीचे हम नई बाइक की सर्विस के साथ नियमित सर्विसिंग का शेड्यूल की जानकारी दे रहे है।

    1. नई बाइक की पहली सर्विस

    जब आप एक नई बाइक खरीदते हैं, तो उसकी पहली सर्विसिंग अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। आमतौर पर, पहली सर्विस बाइक की खरीद के एक महीने के भीतर या 500-700 किलोमीटर की चलाने के बाद करनी चाहिए। जब आप सर्विस के लिए बाइक को सर्विस सेंटर ले जाते है तो इस सर्विस में निम्नलिखित कार्य शामिल होते हैं:

    – इंजन ऑयल बदलना

    – फिल्टर की सफाई

    – टायर प्रेशर की जांच

    – ब्रेक की जांच और एडजस्टमेंट 

    – अन्य महत्वपूर्ण नट और बोल्ट की कसावट करना आदि 

    2. नियमित सर्विसिंग शेड्यूल (Regular Bike Service Schedule)

    बाइक निर्माता कंपनियाँ अपनी गाड़ियों के लिए एक सर्विसिंग शेड्यूल प्रदान करती हैं, जिसे पालन करना बेहद जरूरी है। नीचे हम बाइक का सर्विस शेड्यूल दे रहे है जो कि अधिकांश बाइक के लिए आदर्श है.

    सर्विसिंग का प्रकारसमयांतराल (किलोमीटर में)समयांतराल (महीनों में)
    पहली सर्विस500-7001
    दूसरी सर्विस2500-30003-4
    तीसरी सर्विस5000-60006
    चौथी और उसके बाद की सर्विसहर 5000 किलोमीटरहर 6 महीने

    Note: विभिन्न कंपनियों द्वारा नई गाड़ीयो पर दी जाने वाली फ्री सर्विस का शेड्यूल अलग-अलग हो सकता है, यदि आपने नई बाइक ली है तो इसकी सर्विस सेड्यूल के लिये कंपनी द्वारा दी गई सर्विस मैनुअल देखें।

    बाइक की सर्विसिंग में क्या-क्या शामिल होता है?

    1. इंजन ऑयल और फिल्टर बदलना

    बाइक के इंजन को हर स्थिति में एकदम स्मूथ चलाने के लिए इसमें इंजन ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इंजन के पुर्जे ठीक ढंग से काम करते रहते हैं, और वे आपस में रगड़कर घिसते नहीं हैं। लेकिन बहुत समय तक एक ही इंजन ऑयल के इस्तेमाल से उसमें बहुत सारी गंदगी जमा हो जाती है, जिससे इंजन को काम करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए हर सर्विस में इंजन ऑयल और ऑयल फिल्टर को बदलना आवश्यक है ताकि इंजन की दक्षता बनी रहे।

    2. एयर फिल्टर की सफाई और बदलना

    सड़कों पर वाहन चलाते समय हमें लगातार प्रदूषण और धूल का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण किसी भी बाइक के एयर फिल्टर बहुत जल्दी चोक हो जाते हैं। जिससे आपकी बाइक के इंजन पर अधिक दबाव पड़ता है। इसलिए इन्हें हर सर्विस में साफ करवाना चाहिए और जरूरत पड़ने पर बदलवा लेना चाहिए।

    3. ब्रेक और क्लच की जांच

    ब्रेक और क्लच की सही स्थिति न केवल आपकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि बाइक की हैंडलिंग और कंट्रोल को भी प्रभावित करती है। इनकी जांच और समायोजन नियमित रूप से करना चाहिए ताकि ब्रेकिंग सिस्टम और क्लच सुचारू रूप से काम कर सके।

    4. टायर और चेन की जांच

    टायर की प्रेशर और ट्रेड की स्थिति की नियमित जांच करनी चाहिए। इसके अलावा, चेन की सफाई और लुब्रिकेशन भी आवश्यक है ताकि सवारी स्मूथ हो। चेन की सफाई के लिए पैराफिन का इस्तेमाल अच्छा माना जाता है। चेन को कभी भी पानी से धोने से बचें। इसके स्थान पर आपको एक कपड़े के टुकड़े और एक सॉफ्ट ब्रश का प्रयोग करना चाहिए।

    खुद से बाइक की देखभाल कैसे करें?

    आपको अपनी बाइक की देखभाल स्वयं भी करनी चाहिए, इसके लिए आपको नीचे दी गई टिप्स को फॉलो करना चाहिए 

    1. नियमित सफाई

    बाइक को साफ रखना न केवल उसकी सुंदरता को बढ़ाता है बल्कि उसे जंग और धूल से भी बचाता है। हफ्ते में एक बार बाइक को साफ करना चाहिए। साफ-सफाई के लिए हल्के डिटर्जेंट और पानी का उपयोग करें और इसके बाद अच्छी तरह से सुखा लें वरना बाइक में जंग लगने की समस्या आ सकती है।

    2. इंजन ऑयल की जांच

    हर महीने इंजन ऑयल की मात्रा और गुणवत्ता की जांच करनी चाहिए। इसके लिए बाइक के इंजिन में आयल इंडिकेटर गेज दिया होता है जिसकी मदद से आप बाइक के इंजन का आयल चेक कर सकते है, यदि ऑयल का रंग गहरा हो जाए या उसमें गंदगी दिखे तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए। यह इंजन की स्मूथ ऑपरेशन के लिए बेहद जरूरी है।

    3. टायर प्रेशर की जांच

    सप्ताह में एक बार टायर प्रेशर की जांच करनी चाहिए। उचित टायर प्रेशर से बाइक का बैलेंस और माइलेज बेहतर होता है। टायर प्रेशर कम होने पर टायर जल्दी घिस जाते हैं और सड़क पर पकड़ भी कमजोर हो जाती है।

    4. ब्रेक और लाइट्स की जांच

    हमेशा बाइक चलाने से पहले ब्रेक और लाइट्स की जांच करनी चाहिए ताकि आपका सफ़र सुरक्षित रहे। ब्रेक का सही से काम करना और लाइट्स का ठीक से जलना अंधेरे और खराब मौसम में बहुत महत्वपूर्ण होता है।

    तो इस आर्टिकल में हमने बाइक की सर्विस से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ शेयर की है, बाइक की नियमित सर्विसिंग और उचित देखभाल उसकी उम्र और प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। सर्विसिंग शेड्यूल का पालन करके और खुद से छोटे-छोटे निरीक्षण करके आप अपनी बाइक को लंबे समय तक सुरक्षित और दक्षता से चला सकते हैं। एक महत्वपूर्ण बात- बाइक चलते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करें और अपनी राइड को सुरक्षित बनावे। इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया!

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